Friday, January 11, 2013

जिसके लिए हजारो लाखों ने जाने कुर्बान की, कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...

जिसके लिए हजारो लाखों ने जाने कुर्बान की,

कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
स्वतन्त्रता के लिए हजारों खेले अपनी जान पर,
शूर शहीद बने अनजाने मात्रभूमि की शान पर,
बाबू जयप्रकाश लेते थे बर्फीली चट्टान पर,
सावरकर तेरे थे सागर अस्सी मील प्रमाण पर,
किन्तु कांग्रेस ढोल पीटती अपने ही गुणगान की!
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
सन ब्यालिस की महाक्रान्ति में सोते थे जो पाँव पसार,
मंत्र अहिंसा का जपते थे कायरता का भर भण्डार,
सन छयालिस तक टोपी फेंकी और तिरंगे दिए उतार,
आज वही कांग्रेसी बनते आजादी के ठेकेदार!
अपने मुह से बेशर्मी की बातें खूब बयान की!
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
काश्मीर की बेदी पर बलिदान मुखर्जी होते हैं,
अब्दुल्ला के षड्यंत्रों से देश निवासी रोते हैं,
नहीं जांच तक गयी कराई नेहरु जी खुश होते हैं,
कह गद्दार प्रजा परिषद को बीज विषैले बोते हैं,
व्यर्थ नहीं जायेगी साधना जनसंघ के बलिदान की!
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
पाकिस्तान बनाकर फोड़ा भारत की तकदीर को,
एक तिहाई सौंप चुके हैं ये अपने कश्मीर को,
दिन-दिन चीन चढ़ा आता है लिए खुली शमशीर को,
बेरुबारी देकर और बढाते जाते पीर को,
दिन प्रति दिन चर्चा बढती है,भारत के अपमान की!
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
बड़े बड़े मंचो के ऊपर जय हिंद का दम भरते हैं,
गली-गली,कूचे-कूचे में जय हिंद पर ये मरते हैं,
दफ्तर,स्कूलों,फौजों में,जयहिंद जयहिंद करते हैं,
जय हिंद के निर्माता का अपमान रात दिन करते हैं,
जन्मदिवस पर श्री सुभाष के छुट्टी नहीं प्रदान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...
राजगुरु,सुखदेव,भगत सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद,
फांसी के फंडों पर झूले नाश कर लिए घर आबाद,
लाखों हुईं सुहागन विधवा चूड़ी फूटी बेतादाद,
हिन्दुस्तान की आजादी में लाखों लोग हुए बर्बाद,
उसी देश में रचना कर दी देखो पाकिस्तान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
चुने हुए सरहिंद किले में जहा देश के अनुरागी,
गुरुपुत्रों के बलिदानों से जहा धधकती है आगी,
मात्रभूमि के लिए हकीकत मरा जहा बनकर बागी,
खुली खडग लेकर घूमा था जहाँ की बंदा बैरागी,
बाँट दिया 'पंजाब' भुलाकर गाथाएँ बलिदान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
भारत के भविष्य पर देखो नीला गगन उदास है,
अवनी और अम्बर तक घर घर बेकारी का वास,
पढ़े लिखे लोगों का भी ऐसा होता आभास है,
कांग्रेस के राज में अब तो बड़ी छीलना घास है,
सबको फिक्र लगी है रोटी,कपड़ा और मकान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
श्याम अनाम और लंका का पूरा भाग हुआ स्वाधीन,
'
ब्रह्मा'स्वतः स्वतंत्र हो गया रहा ना गोरों के आधीन,
किन्तु कांग्रेस के नेताओं ने दिखलाई नीति नवीन,
भारत का खंडन कर डाला राजनीति के प्रबल प्रवीण,
सिंहासन के मरभुक्खो ने खोयी शक्ति कृपान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
उदय हुआ था जिस गोदी में मानव का इतिहास प्रथम,
बहती जहां की सिन्धु,व्यास,सतलज,चिनाव,रावी,झेलम!
वेदों का निर्माण हुआ था जहा सृष्टि के रचे नियम,
आदि सभ्यता ने मुस्का कर लिया जहां अवतार स्वयं,
उसी पंचनद के प्रान्गड़ की भूमि बांटकर दान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
मतवालों के शुचि शोणित से जहां की कण कण लाल था,
चौराहों पर टांगा जाता बहादुरों का भाल था,
हर जवान,बूढ़े,बालक को आजादी का ख्याल था,
डायर की गोली से जूझा जहाँ की मदन गोपाल था,
सिसक रही वह भूमि हमारे अमर बाग़ जलियान की,
कांग्रेस ने कर डाली बर्बादी हिन्दुस्तान की...!
जहां की नर नाहर ने नारा वन्देमातरम का बोला,
लन्दन लोक सभा में जय भारत का पहला स्वर बोला,
जिसको सुन गोरों का आसन शासन सिंहासन डोला,

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