Friday, January 11, 2013


दिल्ली के लोगो ने बेवजह ही इतना बड़ा बवाल खड़ा कर दिया : राहुल गाँधी

एक रेप मैं भी तो किया था....लेकिन मेरा कौन क्या उखाड़ लिया..??? काश ऐसा आंदोलन तब भी हुआ होता ________ जब सुकन्यादेवी का बलात्कार हुआ था। कहा है सुकन्या ? जनरल वी के सिंह को लाठी चार्ज मे गंभीर चोट आई..
आरोपियों को बचाने में जुटी सरकार : सिंह
पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह करीब बारह बजे यूपी गेट पहुंचे। उन्होंने शनिवार को दिल्ली में विजय चौक पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों को डंडे और आरोपियों को सुरक्षा देने में जुटी है।

(साभार: http://www.jagran.com/uttar-pradesh/ghaziabad-9971053.html समाचार के सम्पादित अंश| यह समाचार विभिन्न समाचार पत्रों से प्रकाशित खबरों से मात्र सूचना के उद्देश्य से लिये गये हैं)
जिस जनरल वीके सिंह को आज तक कोई पाकिस्तानी हाथ नहीं लगा पाया था उस जनरल को आज सोनिया की पुलिस ने लाठियों से मारा है ... एक ही कारण है जो अब समस्त देशवासियों को , ड्यूड़ों को, समझ लेना चाहिए - , ये सुभाषचंद्र बॉस , वल्लभभाई पटेल , तिलक की कॉंग्रेस नहीं है , ये कॉंग्रेस देशद्रोहियों की कॉंग्रेस है , विदेशियों की कॉंग्रेस है , ये वही कॉंग्रेस है जो बांग्लादेश से आए घुसपैठियों का स्वागत करते हुये उन्हे राशनकार्ड बांटती है और दूसरी और अपने देश के नागरिकों पर लाठीया बजवाती है , आंसू गेस के गोले छुडवाती है


काहे का प्रजातंत्र ?? सोनिया तंत्र बोलो।।।!! आज क्या स्थिति हो गयी है मेरे भारत देश की ? क्या इंडिया गेट पर देश के दुश्मनों से मुकाबला था जो सेना बुलाई गयी ? अब कहा है महिला आयोग ? अब कहा है मानवाधिकार आयोग ? कहा है युवाओ के पक्षधर बनने वाले कांग्रेस युवराज राहुल गाँधी ? शोक व्यक्त करने के लिए कहा है देश के राष्ट्रपति ? कहा गए सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले समाज के ठेकेदार ? अगर विपक्ष विरोध करता है तो वह राजीनीति हो जाती है , मीडिया फिर भी कांग्रेस के गुण गाने में लगी हुई है , ये सब क्या है ? आज कुछ गुंडों ने आन्दोलन में घुस कर उसे हिंसा का रूप दे दिया उन पर कार्यवाही क्यों नहीं , आम जनता पर पुलिस की लाठिया क्यों बरस रही है और वो गुंडे ही सरकार से बातचीत करेंगे क्यों ? सरकार जनता के बिच में आकार बातचीत क्यों नहीं करती ? कहा है प्रधानमंत्री जी ? क्या वो आज भी मौन है ? दिल्ली की मुख्यमंत्री कह रही है पुलिस रवैया गलत है , अरे पुलिस को आदेश देने वाली क्या कोई और है ? पुलिस नागरिको पर रह-रह कर पूरे दिन से आंसू गैस, पानी की बौछारें और लाठियां बरसा रही है और आज देश का सर्वोच्च न्यायालय भी खामोश है क्यों ? यह सांप्रदायिक और लक्छित हिंसा बिल अपने आप में अनखा है। यह बिल संविधान द्वारा बताये गए कानून मंत्रालय द्वारा नहीं बनाया गया है। यह बिल सोनिया गाँधी के "नेशनल एडवाइजरी समिति" द्वारा बनाया गया है, जो की हमारे संविधान के बिलकुल विपरीत है। वो बताते है की यह बिल जिन ने बनाया है उन लोगो को जो लोग जानते है वो अच्छे से जानते है की यह लोग बहुत ही ज्यादा सांप्रदायिक लोग है।

इस बिल में बताया गया है की समाज दो भागो में बटा हुआ है। पहला ग्रुप है बहुसंख्यको का, जिसमे में हिन्दुऒ को केवल जोड़ा गया है। दूसरे ग्रुप में मुस्लिम, इसाई, SC/ST इत्यादि को रखा गया है। जब भी कोई हिंसा होगी और अगर उसमे इस ग्रुप के लोगो को चोट आये तो दोषी बहुसंख्यक हिन्दुओ को ही माना जायेगा। अगर हिन्दुओ को चोट आये या उनका बलात्कार आये तो वो जुर्म नहीं मन जायेगा। इस प्रकार से अगर कोई इंसान किसी ग्रुप से जुरा है और अगर वो इंसान कोई हिंसा करता है तो पूरा ग्रुप दोषी होगा। अगर कोई साधू कोई प्रवचन कर अहे है और कोई उस प्रवचन से जाये और कोई हिंसा करे तो उस साधू को भी आरोपी माना जायेगा।

अगर एक हिन्दू पुरुष और मुस्लिम महिला किसी घर में है। तो यह मन जायेगा की हिन्दू पुरुष ने ही मुस्लिम महिला का बलात्कार किया है। भले ही दोनों आपस में विवाहित हो। डॉ स्वामी विस्तार में बताते है की जिन लोगो ने यह बिल बनाया है वो लोग पूरी तरह से हिन्दू विरोधी, कम्युनिस्ट है। वो बताते है की इन लोगो में एक भी इंसान कोई अधिवक्ता नहीं है। यह सभी लोगो में एक ही बात कॉमन है और वो है की यह सभी लोग सोनिया गाँधी के चमचे है। डॉ स्वामी बताते है की इस बिल को संभिधान में अभी नहीं लाया गया है क्योकि हम जैसे लोग इस बिल का लगातार विरोध कर रहे है।
कल जैसा खबर मिली थी की कांग्रेस ने NSUI के गुंडों को इस पवित्र आन्दोलन को ख़तम करने के लिए घुसाया था | वोही गुंडे पुलिस वालों को पत्थर मार रहे थे ताकि पुलिस वालो को लाठी चार्ज करने का मौका मिले!!

आज वही NSUI के गुंडे सोनिया गाँधी से मिलने गए | गुप चुप बात हुई!! वोही झूठे वादे किये गए | अब वोही NSUI के गुंडे आन्दोलन को ख़तम करने का काम करेंगे!!

हमें याद रखना होगा की सभी कानून संसद में बनते है | और विपक्ष बार बार मांग कर रहा है की संसद को दुबारा से चलाया जाये और देश के बच्चो के सुझावों के हिसाब से कानून को बदला जाए और नए कानून की जरुरत पड़े तोह उन्हें भी तुरंत बनाया जाए |
NSUI-कांग्रेस का छात्र विंग....भविष्य के कांग्रेसी..!!
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय विकास परिषद की 52वीं बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों को समाज में समान दर्जा हासिल कराने के लिए अनोखे तरीके से काम करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला दावा होना चाहिए।
http://hindi.in.com/showstory.php?id=4660
http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2006/12/061210_pm_controversy.shtml


H�.-i`.�8Y�;font-family:"Times New Roman","serif";mso-fareast-font-family: "Times New Roman";color:black'> उपाधियाँ दी जाएँ | जब कोई व्यक्ति 'डॉक्टर ऑफ़ हिस्ट्री' हो सकता है तो 'डॉक्टर ऑफ़ भ्रष्टाचार' क्यों नहीं ? मेरी मांग तो यहाँ तक है कि अब 'भ्रष्टाचार' को हिंदी में 'कार्य सुविधाकरण' और अंग्रेजी में 'करप्शन' की जगह 'फसिलीटेशन' कहा जाना चाहिए


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